मैं बेरोजगार हूं सरकार-सीरिज-14
सरकारें बेशर्म हो चुकी है. सियासत तो पहले से ही बेशर्म थी. 43 साल के सचिन पायलट ने कांग्रेस से बगावत क्या कर दी, युवाओं की राजनीति/कांग्रेस में तकलीफें, दर्द, परेशानी और बैचेनी सबकुछ याद आने लगे हैं. चिंता होने लगी है कि कांग्रेस में राहुल गांधी के अलावा किसी युवा की फिक्र नहीं है. किसी को तवज्जों नहीं दी जाती. सोने की छुरी से राजनीति युवाओं के विश्वास को काट रही है. इसके उदाहरण हम आपको लगातार दिखा रहे हैं.
एक युवा जसवंत गुजर ने ट्वीट करके लिखा-शिक्षा मंत्री गाेविंद सिंह डोटासरा जी, निदेशालय मंडल विकल्प की तारीख पर तारीख बढ़ाकर बेरोजगारों के साथ क्यों खिलवाड़ कर रहे हैं. फिर उस पहले वाले कैलेंडर का क्या औचित्य रह गया जो जारी किया गया था पहले. चंद्रभान वर्मा कहते हैं-10 दिन से सरकार ही गायब है. विधायक भी छुप गए हैं. दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. राजनीति की यह गजब तस्वीर है. पहले नेता बेरोजगार युवाओं से भाग रहे थे. अब सरकार बचाने और गिराने के लिए भाग रहे हैं. यानी राजनीति भाग रही है और इस दौड़ में पहले से ही पीछे छूट रहे युवा और पीछे होते जा रहे हैं.
राजनीति कितनी दिलचस्प है. यह तस्वीर भी युवा देख रहे हैं. ट्वीटर पर युवा चार महीने से अटकी भर्तियों के लिए जवाब मांग रहे हैं, लेकिन कोई नेता सामने नहीं आया. विपक्ष पर सवाल उठाने और जवाब देने के लिए कांग्रेस का हर नेता सामने आने लगा है. कांग्रेस के अाला कमान ने एक पूरी टीम सरकार बचाने के लिए जयपुर भेज दी, लेकिन यही युवा जब राहुल गांधी को लगातार ट्वीट कर रहे हैं तो उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा.
सूचना सहायक भर्ती-2013 प्रतीक्षा सूची के 1848 अभ्यर्थियों को वित्त विभाग द्वारा जुलाई 2020 में सृजित 1976 पदों पर अभी तक नियुक्ति नहीं मिल पाई है. इसके लिए पूरी सरकार मौन है. ऊर्जा विभाग ने भी एक साल पहले नौ हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हो सका है. हैरानी यह भी होती है कि पिछले चार साल में 74 हजार से ज्यादा दिव्यांग छात्र स्कूल छोड़ गए, लेकिन सरकार को इनकी भी फिक्र नहीं है. उसे अपनी कुर्सी की ज्यादा चिंता है.
स्वायत्त शासन विभाग की करीब एक हजार पदों पर होने वाली भर्ती भी एक साल से नहीं हो पा रही है. वित्त विभाग मंजूरी भी दे चुका है. बेरोजगार युवा लगातार ट्वीट करके सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार को कहां बेरोजगार युवाओं की चिंता होने लगी. उसे अपनी कुर्सी की इस समय ज्यादा पड़ी है.
एक अलग तस्वीर भी...
कुछ युवा अगस्त में होने वाली आरपीएससी की पशु चिकित्स्क भर्ती स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. युवाओं का तर्क है कि परीक्षा में राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे. ट्रेनें भी बंद हैं. इसलिए परीक्षा अभी नहीं करानी चाहिए. हालांकि कुछ छात्र चाहते हैं कि 900 पदों पर होने वाली भर्ती तय समय पर ही होनी चाहिए. यह फैसला सरकार को लेना है.
अब बात उस राज्य की, जहां राजस्थान एसओजी की टीम को घंटों तक होटल की जांच करने नहीं दी गई. हरियाणा चलते हैं. यहां भी बिजली निगम ने जेएसई की भर्ती रद्द करने का पत्र जारी कर दिया गया है. दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम में पिछले साल निकाली गई जूनियर सिस्टम इंजीनियर यानी जेएसई की भर्ती हरियाणा कर्मचारी चयन अायोग की ओर से परीक्षा अायोजित करने के बावजूद रद्द की गई भर्ती अब पूरी होगी. निगम में 146 पदों पर यह परीक्षा होगी. 30 हजार युवाओं ने यह परीक्षा दी थी. इस मामले को लेकर बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला से बात की. उन्होंने बताया कि िजन पदों के लिए परीक्षा आयोजित हो चुकी है, वह भर्ती रद्द नहीं होगी. जिनकी परीक्षा नहीं हुई, उन्हें रद्द किया जाएगा. परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने काफी मेहनत की है. उस पर खर्चा भी हुआ है. इसलिए यह भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी. हरियाणा के कई युवा मुझे लगातार इस भर्ती के बारे में लिख रहे थे. मुझे उम्मीद है कि उनके मन में उठ रहे सवाल के जवाब मैं लेकर आ सका हूं. इस भर्ती परीक्षा पर लगातार नजर रहेगी.
सरकारें बेशर्म हो चुकी है. सियासत तो पहले से ही बेशर्म थी. 43 साल के सचिन पायलट ने कांग्रेस से बगावत क्या कर दी, युवाओं की राजनीति/कांग्रेस में तकलीफें, दर्द, परेशानी और बैचेनी सबकुछ याद आने लगे हैं. चिंता होने लगी है कि कांग्रेस में राहुल गांधी के अलावा किसी युवा की फिक्र नहीं है. किसी को तवज्जों नहीं दी जाती. सोने की छुरी से राजनीति युवाओं के विश्वास को काट रही है. इसके उदाहरण हम आपको लगातार दिखा रहे हैं.
एक युवा जसवंत गुजर ने ट्वीट करके लिखा-शिक्षा मंत्री गाेविंद सिंह डोटासरा जी, निदेशालय मंडल विकल्प की तारीख पर तारीख बढ़ाकर बेरोजगारों के साथ क्यों खिलवाड़ कर रहे हैं. फिर उस पहले वाले कैलेंडर का क्या औचित्य रह गया जो जारी किया गया था पहले. चंद्रभान वर्मा कहते हैं-10 दिन से सरकार ही गायब है. विधायक भी छुप गए हैं. दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. राजनीति की यह गजब तस्वीर है. पहले नेता बेरोजगार युवाओं से भाग रहे थे. अब सरकार बचाने और गिराने के लिए भाग रहे हैं. यानी राजनीति भाग रही है और इस दौड़ में पहले से ही पीछे छूट रहे युवा और पीछे होते जा रहे हैं.
राजनीति कितनी दिलचस्प है. यह तस्वीर भी युवा देख रहे हैं. ट्वीटर पर युवा चार महीने से अटकी भर्तियों के लिए जवाब मांग रहे हैं, लेकिन कोई नेता सामने नहीं आया. विपक्ष पर सवाल उठाने और जवाब देने के लिए कांग्रेस का हर नेता सामने आने लगा है. कांग्रेस के अाला कमान ने एक पूरी टीम सरकार बचाने के लिए जयपुर भेज दी, लेकिन यही युवा जब राहुल गांधी को लगातार ट्वीट कर रहे हैं तो उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा.
सूचना सहायक भर्ती-2013 प्रतीक्षा सूची के 1848 अभ्यर्थियों को वित्त विभाग द्वारा जुलाई 2020 में सृजित 1976 पदों पर अभी तक नियुक्ति नहीं मिल पाई है. इसके लिए पूरी सरकार मौन है. ऊर्जा विभाग ने भी एक साल पहले नौ हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हो सका है. हैरानी यह भी होती है कि पिछले चार साल में 74 हजार से ज्यादा दिव्यांग छात्र स्कूल छोड़ गए, लेकिन सरकार को इनकी भी फिक्र नहीं है. उसे अपनी कुर्सी की ज्यादा चिंता है.
स्वायत्त शासन विभाग की करीब एक हजार पदों पर होने वाली भर्ती भी एक साल से नहीं हो पा रही है. वित्त विभाग मंजूरी भी दे चुका है. बेरोजगार युवा लगातार ट्वीट करके सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार को कहां बेरोजगार युवाओं की चिंता होने लगी. उसे अपनी कुर्सी की इस समय ज्यादा पड़ी है.
एक अलग तस्वीर भी...
कुछ युवा अगस्त में होने वाली आरपीएससी की पशु चिकित्स्क भर्ती स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. युवाओं का तर्क है कि परीक्षा में राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे. ट्रेनें भी बंद हैं. इसलिए परीक्षा अभी नहीं करानी चाहिए. हालांकि कुछ छात्र चाहते हैं कि 900 पदों पर होने वाली भर्ती तय समय पर ही होनी चाहिए. यह फैसला सरकार को लेना है.
अब बात उस राज्य की, जहां राजस्थान एसओजी की टीम को घंटों तक होटल की जांच करने नहीं दी गई. हरियाणा चलते हैं. यहां भी बिजली निगम ने जेएसई की भर्ती रद्द करने का पत्र जारी कर दिया गया है. दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम में पिछले साल निकाली गई जूनियर सिस्टम इंजीनियर यानी जेएसई की भर्ती हरियाणा कर्मचारी चयन अायोग की ओर से परीक्षा अायोजित करने के बावजूद रद्द की गई भर्ती अब पूरी होगी. निगम में 146 पदों पर यह परीक्षा होगी. 30 हजार युवाओं ने यह परीक्षा दी थी. इस मामले को लेकर बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला से बात की. उन्होंने बताया कि िजन पदों के लिए परीक्षा आयोजित हो चुकी है, वह भर्ती रद्द नहीं होगी. जिनकी परीक्षा नहीं हुई, उन्हें रद्द किया जाएगा. परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने काफी मेहनत की है. उस पर खर्चा भी हुआ है. इसलिए यह भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी. हरियाणा के कई युवा मुझे लगातार इस भर्ती के बारे में लिख रहे थे. मुझे उम्मीद है कि उनके मन में उठ रहे सवाल के जवाब मैं लेकर आ सका हूं. इस भर्ती परीक्षा पर लगातार नजर रहेगी.
अगली सीरिज बुधवार को. हमें बेरोजगारों से जुड़ी समस्या sarviind@gmail.com पर लिखें.
2 Comments
आप से निवेदन है कृपया अभ्यार्थियों की इस विकट समस्या का हल निकलवाए